गुरुकुल में क्या हैं , क्या पढ़ाया जाता था..? What is there in Gurukul, what was taught..?

गुरुकुल में क्या पढ़ाया जाता था..? यह जान लेना अति आवश्यक है...


गुरुकुल का अर्थ है वह स्थान या क्षेत्र, जहां गुरु का कुल यानी परिवार निवास करता है. प्राचीन काल में शिक्षक को ही गुरु या आचार्य मानते थे और वहां शिक्षा ग्रेह्ण करने वाले विद्यार्थियों को उसका परिवार माना जाता था.


गुरुकुल में शिक्षा आचार्य देते थे. गुरुकुल में प्रवेश के लिए 8 साल का होना अनिवार्य था और 25 वर्ष की आयु तक लोग यहां रहकर शिक्षा प्राप्त और ब्रह्मचर्य का पालन करते थे !

गुरुकुल में छात्र एक साथ होते हैं और अपने गुरु से वेद सीखते हैं. सामाजिक मानकों के बावजूद हर छात्र के साथ समान व्यवहार किया जाता था यानी यहां पर हर वर्ण के छात्र पढ़ते थे चाहे वे क्षत्रिय GEN .हो या शूद्र परिवार से, किसी प्रकार का भेदभाव नही था. जितना पढ़ने का अधिकार ब्राह्मणों को था उतना ही शुद्र को भी था. गुरुकुल का मुख्य उदेश्शय ज्ञान विकसित करना और शिक्षा पर अत्यधिक ध्यान केंद्रित करना होता था.

इसे सेव कर सुरक्षित कर लें, ऐसी जानकारी कम ही मिलती है..

गुरुकुल में क्या पढ़ाया जाता था..? यह जान लेना अति आवश्यक है...


1. अग्नि विद्या ( metallergy )

2. वायु विद्या ( flight ) 

3. जल विद्या ( navigation ) 

4. अंतरिक्ष विद्या (space science) 

5. पृथ्वी विद्या ( environment )

6. सूर्य विद्या ( solar study ) 

7. चन्द्र व लोक विद्या ( lunar study ) 

8. मेघ विद्या ( weather forecast ) 

9. पदार्थ विद्युत विद्या ( battery ) 

10. सौर ऊर्जा विद्या ( solar energy ) 

11. दिन रात्रि विद्या ( day - night studies )

12. सृष्टि विद्या ( space research ) 

13. खगोल विद्या ( astronomy)  


14. भूगोल विद्या (geography ) 

15. काल विद्या ( time ) 

16. भूगर्भ विद्या (geology and mining ) 

17. रत्न व धातु विद्या ( gems and metals ) 

18. आकर्षण विद्या ( gravity ) 

19. प्रकाश विद्या ( solar energy ) 

20. तार विद्या ( communication ) 

21. विमान विद्या ( plane ) 

22. जलयान विद्या ( water vessels ) 

23. अग्नेय अस्त्र विद्या ( arms and amunition )

24. जीव जंतु विज्ञान विद्या ( zoology botany ) 

25. यज्ञ विद्या ( material Sc)

26. वाणिज्य ( commerce ) 

27. कृषि (Agriculture ) 

28. पशुपालन ( animal husbandry ) 

29. पक्षिपालन ( bird keeping ) 

30. पशु प्रशिक्षण ( animal training ) 

31. यान यन्त्रकार ( mechanics) 

32. रथकार ( vehicle designing ) 

33. रतन्कार ( gems ) 

34. सुवर्णकार ( jewellery designing ) 

35. वस्त्रकार ( textile) 

36. कुम्भकार ( pottery) 

37. लोहकार ( metallergy )

38. तक्षक ( guarding )

39. रंगसाज ( dying ) 

40. आयुर्वेद ( Ayurveda )

41. रज्जुकर ( logistics )

42. वास्तुकार ( architect)

43. पाकविद्या ( cooking )

44. सारथ्य ( driving )

45. नदी प्रबन्धक ( water management )

46. सुचिकार ( data entry )

48. गोशाला प्रबन्धक ( animal husbandry )

49. उद्यान पाल ( horticulture )

50. वन पाल ( horticulture )

51. नापित ( paramedical )


इस प्रकार की विद्या गुरुकुल में दी जाती थीं। परन्तु समय के साथ गुरुकुल लुप्त होते गए और यह विद्या भी लुप्त होती गई। वैदिक विज्ञान और शिक्षा के लिए गुरुकुल की पुनः स्थापना बहुत महत्वपूर्ण है। गुरुकुल दुनिया की पहली शिक्षा प्रणाली है...




एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.